बढते Computer के इस दौर में आज कल लोगो को Programming सिखने में काफी रूचि बढ रही हैं | आज कल हर छोटे बच्चे और School Collage के Student ज्यादातर अब Computer में अपना भविष्य देखते हैं | एसे में सभी लोगो को Programming में भी अधिक रूचि होती हैं | और आज कल सभी Tech कंपनियों को Programmer की अधिक जरूरत होती हैं || यदि आप प्रोग्रामर या Coder बनना चाहते हैं | आप एक Tech कंपनी बनाना या कंपनी में Job करना चाहतें हैं | तो आपको कुछ Programming Laguages की जानकारी आपको जरुर होनी चाहिए | सबसे PapularProgramming Laguage में से एक हैं | C++( C Plus Plus ) जिसके बारे में हम पुरे विस्तार से जानेगे इस पोस्ट में जो की सभी Computer User के लिए आवश्यक हैं |
C Plus Plus Language क्या है ?
C ++ Language क्या है ?
C Plus Plus Object-Oriented Programming Language हैं | C++ एक ऐसा Hiigh-level programming language है | जिसे सबसे Papular और पुराना C Programming Laguage से बनाया गया हैं | इसके करण इसके अधिकतर Syntex C Programming जैसी ही हैं | इसे C Programming Laguage का Updated Virsion भी कह सकते हैं | क्योकि इसमें C Programming से भी अधिक Fuction Avaleble हैं | इसमें वो सभी कमियों को दूर किया गया हैं | जो की C Programming में थी | वर्तमान में C Plus Plus सबसे PapularProgramming Language में से एक हैं | यह एक Class Bassed Object-Oriented Programming Language हैं | जो की Programmer को objects create करने के लिए Allow करती हैं |
Object-Oriented क्या है ?
OOP के लिए Class और Object बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है | OOP का Concept Objects और Classes पर निर्भर है | Class के अन्दर बहुत सारे Member Function और Data Members हो सकते है | जिसको Object के जरिये Access किया जाता है | Class के अन्दर जो Variables होते है | उन्हें Data Members कहते है | और जो Functions होते है | उन्हें Member Functions कहते है ऑब्जेक्ट्स को रियल वर्ल्ड एंटिटी कहा जाता हैं। ऑब्जेक्ट्स, प्रोग्राम्स रन करते समय डिफाइन तयार किए जाते हैं, इसलिए इन्हें रन टाइम एंटिटी भी कहा जाता हैं। हर क्लास के एक या उससे अधिक ऑब्जेक्ट हो सकते हैं। प्रोग्रामर जब क्लास परिभाषित करता तब, कम्पाइलर उसे कोई भी मेमोरी स्पेस आबंटित नहीं करता, लेकिन जब ऑब्जेक्ट इनिशियलाइज़ किए जाते हैं, तब कम्पाइलर उन्हें मेमोरी आबंटित करता हैं। हर ऑब्जेक्ट में क्लास की एक कॉपी होती हैं।
Exp...
#include <iostream> #include <string> using namespace std;
class MyClass { // The class public: // Access specifier int myNum; // Attribute (int variable) string myString; // Attribute (string variable) };
int main() { MyClass myObj; // Create an object of MyClass
// Access attributes and set values myObj.myNum =1; myObj.myString = "www.seeon-tech.com";
जब हमें Programming Language में एक ही Data Type के कई Data को किसी Variable में Store करना होता हैं | तब हम Array का प्रयोग करते हैं | और जब विभिन्न Data Type के आपस में Logically Related कई Data को एक ही Viriable में रखना होता हैं | तब हम Stucture का प्रयोग करते हैं | C ++ में Class भी यही काम करता हैं | यानी Class में भी हम विभिन्न Data Type के आपस में Logicaly Related Variable Declare करते हैं | Structure और Class में मूलभूत अंतर यही हैं | की एक Sructure में Members Default रूप से Global या Public होते हैं | जबकि एक Class के Members Local या Private होते हैं | Data और functions Class के Members होते है | Class Data को Hold करने का काम करता है | Class ये Object का Layout होता है |
Syntax for Class In C++
class Classname{
data member(s); member function(s); };
Class के Data Members को Access करने के Functions भी Class के अंदर ही लिखे जाते हैं | और हम इन्ही Member Functions की सहायता से किसी Class के Object के Data Member को Access कर सकते हैं | एक Class में Data छुपा हुआ होता हैं | क्योंकि केवल उस Class के Object ही उस Class के Data को Access करने में सक्षम होते हैं | किसी एनी Class के Objects या किसी External Functions के लिए ये Data Accessible नही होते हैं | इस प्रक्रिया को Data Hidding भी कहते हैं |
C ++ Language का इतिहास
C Plus Plus जो कि एक Object-Oriented Programming Language हैं | इसको AT&T बेल प्रयोगशाला में 1980 के दशक के प्रारंभ में मुरेहिल न्यूजर्सी में जार्ने स्ट्रोस्ट्रप के द्वारा विकसित की गई थी C ++ C Language से Develop किया गया हैं | C ++ C का Super Set हैं | C++ को बनाने के लिए जो सबसे महत्वपूर्ण Topic C में जोड़े गयें हैं | वे Object-Object-Oriented हैं | इसे पहले C With Classes के नाम से Relase किया गया था | फिर बाद में 1983 में इसका नाम बदल कर C++ रखा गया जो की C++ का विचार C Programming के इन्क्रीमेंट Operator से आया था | क्यों की C के बाद C++ आया था | और इस लिए C++ C का इन्क्रीमेंट Version हैं |
1990 के दशक के प्रारंभ में यह Laguage बहुत ही सुधारो बदलावों से गुजरी हैं | नवम्बर 1997 में ANSI/ISO स्टैंडर्ड कमेटी ने इन बदलावों का स्तर बढ़ाया और कुछ नई विशेषताओ को इस Language में Add किया || C++ की सफलता और लोकप्रियता का मुख्या करण यह हैं | की यह Object-Oriented Technoloy ( OOT ) को Support करती हैं | जो की Software Devlopment में सबसे नयी Technology हैं | और वास्तविक दुनिया के बहुत ही करीब हैं |
C ++ को सीखना बहुत ही आसान हैं | जैसा की हमे पता ही हैं | की इसे C Language से बनाया गया हैं | या लिया गया हैं | यही करण हैं | की इसके ज्यादातर Syntex C Programming Language जैसी ही हैं | यदि आपको C Programming Language के Syntex के बारे में जानते हैं | तो यह आप के लिए और आसान हैं | C++ एक High-Level programming Language है | जिसे Compile कर Run किया जाता हैं | जिसके लिए आपके Computer पर एक Compiler की जरूरत होती हैं | जिसे आप Google पर Download कर Install करने के बाद आप उसमे अपना C ++ का Program लिख कर Compile कर Run कर सकते हैं | जैसा की आप नीचें देख रहे हैं | ये C ++ के Basic Hello Print करने वाला Program हैं | जिसे आप Try... कर सकते हैं |
#include<iostream> // it is librury file includ
using namespace std; //it is standerd
int main() //it is main funcution { // Opening
cout<<"Hello World Program"; //counsol out put in screen Simpale Hello World Program
return 0; // main function return value } // Closing
यदि आप को इसे पूरा अच्छा से सीखना हैं | तो आप YouTube पर इसका Tutorial देख कर या आप एक इसका Book खरीद कर भी इसे बड़े हि आसानी से सिख सकते हैं | ये तभी आपको समझ में आएगा जब आप इसका खुद से Program बना कर उसे Run करोगे | Programming सिखाने वाली Internet पर आपको सैकड़ो Website और E Book मिल जायेगा || जिसे आप Follow कर इसे सीख सकते हैं |
C Plus Plus Language का उपयोग
जैसा की हमे पता हैं | की C Plus Plus Powerful General-Purpose Programming Language हैं | जो की Object-Oriented Functional Programming को Support करती हैं | यही करण हैं | की इसका उपयोग Operating System बनाने तथा Mobile DeskTop Gmaes बनाने में होता हैं | वर्तमान समय में हम देखते हैं | की PUBG जैसे ही ग्राफिक Based Games Internet Browsers ये सभी को बनाने में भी C Plus Plus Programming Language का ही उपयोग होता हैं | आज कलc++ Programming का Use Android Application Games बनाने में सबसे ज्यादा Use होता हैं |
C++ के उपयोगों की सूची कुछ इस प्रकार हैं |
1. Application: C++ का Use New Application Development में होता हैं | इस Programming Language का Use Application की User Interface ( UI ) को Design करने में किया जाता हैं | और जितने भी Highly ग्राफिक वालें Software होते हैं | उनको को बनाने में भी इसका Use होता हैं | जैसे की Adobe PhotoShop, Illustrator जैसे Software भी C++ से बने हैं | Adobe कंपनी C Plus Plus Programming का ही Use करती हैं |
2. Games: C Plus Plus Programming Laguage का उपयोग Games को बनाने में भी होता हैं | यह 3D Games को Develop करने में होने वाली कठनाई को कम करता हैं | और MultiPlay वाली Games को बनाने में आसानी होती हैं | और हार्डवेयर पर नियंत्रण प्रदान करता है, और यह भाषा बहुत तेज है | जिसके कारण इसका व्यापक रूप से विभिन्न गेम या गेमिंग इंजन विकसित करने में उपयोग किया जाता है। C++ मुख्य रूप से गेम टूल को विकसित करने में उपयोग किया जाता है।
3. Operating Systems: इस c Plus Plus Programming Langusge का Use Operating System को बनाने में भी क्या जाता हैं | Maicrosoft और Apple जैसे कुछ Operating System के Parts को बनाने में भी C++ का उपयोग हुआ हैं | Microsoft Windows 95, 98, 2000, XP, Office, Internet Explorer And Visual Studio, Symbian Mobile Operating Systems ये सभी को बनाने में भी C++ का Use हुआ हैं |
4. Compilers:Compilers जो की एक Programming Language को Translate करने का काम करती हैं | अधिकांश कंपाइलर मुख्य रूप से केवल C++ भाषा में ही लिखे गए हैं। इसका उपयोग किसी Programming Language को बनाने में भी होता हैं | C # तथा Java जैसे Language को भी C ++ से ही बनाई गई हैं | और इसके Compiler भी बने हैं | और साथ ही C++ प्लेटफॉर्म-स्वतंत्र है | और विभिन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर बनाने में भी सक्षम है।
5. Web Browser: Internet Browser जो की Internet को हमें Access करने में Help करती हैं | और ये सभी Web Browser को बनाने में भी C++ Language का Use होता हैं | Google Chrome, and Mozilla Internet Browser Firefox. ये सभी C++ में लिखे गये हैं | C++ को Browser को बनाने के लिए एक अच्छा language माना जाता हैं |
इन सभी के अलावा और भी बहुत से काम को पूरा करने के लिये C++ का Use करते हुए बहुत से Software बने हैं | और आज भी इसका उपयोग अनेक प्रकार के Software और Tools बनाने में होता हैं | इसे सिखने के बाद आप इसका Use कर के अपने काम के हिसाब से कुछ भी Software बना सकते हैं |
Conclusion
हमें उम्मीद हैं | की आपको हमारी यह लेख C Plus Plus Language क्या हैं | और C Plus Pluslanguage कैसे सीखे जरुर पसंद आई होगी. हमारा हमेशा से यही कोशिश रहता हैं | की Readers को Hindi विषय में पूरी जानकारी प्रदान की जाए | यदि आपके मन में इस Article को लेकर कोई भी Doubts हैं | या आप चाहते हैं | की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए | तब इसके लिए आप नीच Comments लिख सकते हैं.| यदि आपको यह लेख C Plus Plus Programming Language क्या हैं | हिंदी में पसंद आया या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, WhatsApp +और Twitter Telegram इत्यादि पर Share कीजिये. |और हमें आप एसे ही जानकारी प्राप्त करने के लिए Telegram पर भी Join कर सकते हैं |Link...👇
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