What is CSS in Hindi ? नमस्कार दोस्तो इस लेख में आप जानेंगे CSS क्या है ? तथा CSS का उपयोग क्यों किया जाता है। अगर आप HTML सीख चुके है | और Website का एक Basic Structure तैयार कर लेते है। तो आपके लिए सीएसएस सीखना फायदेमंद है । अगर आप एक IT के Student है | या Coding वगैरह में आपका दिमाग बहुत तेज दौड़ता है। Theme, Apps, Website, Games ऐसी चीज़ें आप खुद बनाना चाहते है। तो भी CSS सीखना आपके लिए फायदेमंद होगा। और अगर आप CSS सीख कर एक Professional Web Designer बन गए तो आप दूसरे लोगो की Website Design करके एक अच्छी खासी Earning भी कर सकते है। एक Web Designer भारत मे कम से कम 50000 Income हर महीने लेता है। कहने का तात्पर्य यह कि इस छेत्र में Future Scope भी बहुत अच्छा है। अब जब एक चीज़ सीखने के इतने फायदे है। तो चलिए बिना समय गवायें इसकी शुरुआत सीएसएस क्या है यह जानने से करते है।
CSS क्या है ? और कैसे सीखे ? || Cascading Style Sheets
CSS क्या हैं ? ( What Is CSS In Hindi )
CSS का Full Form Cascading Style Sheet है। CSS एक Simple Design Language है। CSS Web Document को स्टाइल करने की Language है,| जिसे W3C – World Wide Web Consortium द्वारा विकसित किया गया है | इसका पहला संस्करण 1996 में प्रकाशित किया गया था | CSS 3 इसका नवीनतम संस्करण है | इसका उपयोग एक वेबपेज को सजाने के लिए होता है |. और HTML के साथ-साथ ही इस्तेमाल होती है |
जैसा की आप देखते हैं | की आज कल सभी Website और Web Page पर ColorFull Text Line Animation बने होते हैं | ये सभी चीजे CSS की मदद से बनी होती हैं | और जैसा की आप को पता ही होगा की HTML की मदद से हम अपने Website और Web Page का Basic Structure तैयार करते हैं | लेकिन हमें इसे सजाने के लिए CSS (Cascading Style Sheet) का ही Use करते हैं | CSS के बिना हम HTML का इस्तेमाल कर सकते हैं मगर HTML के बिना CSS का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है |
CSS मुख्य रूप से एक Web Based Programming Language हैं | इसे Use करने के तीन तरीके हैं | जिसे ही मुख्य रूप से CSS के प्रकार के नाम से ही जाना जाता हैं | जो कुछ इस प्रकार हैं |
Inline CSS
Internal CSS
External CSS
1). InLine CSS :-
जब हम किसी HTML tag के अंदर ही CSS लिखते हैं तो उसे Inline Cascading Style Sheet (CSS) कहते हैं। इस तरीके में Cascading Style Sheet (CSS)की Properties “Style” Attribute के अंदर लिखी जाती हैं। Inline CSS का प्रयोग हर Html Element को एक एक करके Unique Style में Change किया जाता है। जैसा की इसके नाम से ही पता होता हैं | एक लाइन में की यदि हम किसी HTML के एक Tag को या अपने Web Page और Website के अंदर लिखे कुछ Text या किसी Contant को सजना चाहतें हैं | तो इस Type के CSS का Use कर सकते हैं |
Exp.
<!DOCTYPE html> <html> <head> <meta charset="utf-8"> <title>Title Name</title> </head> <body> <h1 style="color:green;">Inline CSS </h1> // Heading Color Green Only For This Heading Tag </body> </html>
2). Internal CSS :-
इस तरीके में CSS किसी HTML पेज में ही लिखते हैं | जिसका Effect भी केवल उसी पेज पर पड़ता हैं। इस तरीके में Cascading Style Sheet (CSS) Style Tags के अंदर लिखते हैं | तथा Style Tags Head Tags के अंदर रहते हैं।
Exp.
<!DOCTYPE html> <html> <head> <meta charset="utf-8"> <title>Title Name</title> <style> h1{ color:green; // Heading Color Green Only For All H1 Tag } </style> </head> <body> <h1>Inline CSS </h1> </body> </html>
3). External CSS :-
इस तरीके में हम एक अलग CSS File बनाते हैं। और उसे Html File में Link करते हैं। यदि अगर हमारे पास Basic.html नाम की फाईल हैं | और उसमे CSS External Use करना हैं | तो हम एक अलग CSS की File बनायेगे । जो की एक .css Extention की File होगी हैं | Exp. Style.css इसके अंदर हम CSS के Code लिखेगे |
ये सभी EXAMPALको आप Run कर के जरुर Try करें जिससे आपको Css के ये तीनो प्रकार को समझने में आसानी होगी और आप आसानी से इसे उपयोग कर पाएगे |
CSS के फायदे ( Benefits )
1) CSS वक़्त बचाता है–
एक HTML के webpage में Use किये गए style को हम दुसरे बहुत सारे Web Page में इस्तेमाल कर सकते हैं वो भी CSS के Code को सिर्फ एक बार लिख कर. हमे अलग अलग Web Page को बनाने के लिए बार बार CSS का code लिखना नहीं पड़ेगा. और सिर्फ एक ही बार लिखे हुए CSS Code का हम इस्तेमाल करके जितने चाहे उतने Web Pages बना सकते हैं, जिसमे हमारा काफी वक़्त बच जाता है |
2) Page को जल्दी Load होने में मदद करता है–
अगर हम css का इस्तेमाल करते हैं तो हमे HTML के Tag के Attributes को बार बार लिखने की जरुरत नहीं पड़ती. बस एक बार CSS के Rule के हिसाब से Tag के Attributes को लिख कर Web Page में Apply कर देने से वो Tag हर जगह सही रूप से दिखने लगेगा. इसलिए Tag को Web Page में अलग अलग जगह पर दिखने के लिए बार बार एक ही Code को लिखना नहीं पड़ेगा, और कम Code होंगे तो Web Page Browser में जल्दी Load होगा |
3) Maintain करने में आसान–
Web Page के Style को पूरी तरह बदलने के लिए बस एक बार CSS के Style के Code को बदलने से HTML में Use हुए सभी Elements अपने आप ही एक साथ बदल जायेंगे और एक एक करके सभी Elements को बदलने की जरुरत नहीं पड़ेगी |
4) Platform independent है–
Platform Independent का मतलब है की CSS का इस्तेमाल हम किसी भी Platform में कर सकते हैं जैसे Windows, Linux, Macintosh Etc. और ये सभी Latest Browser को भी Support करता है |
CSSकैसे सीखे ?
HTML सीखने से शुरुवात करे- अगर आप HTML सिख चुके है | तो इस Step को आप Skip कर सकते है। परन्तु अगर आप बिल्कुल शुरुवात कर रहे है, तो आपको html जरूर सीखनी चाहिए।HTMLएक बहुत सरल markup language है। HTML क्या है इस पोस्ट को पढ़कर आप आसानी से जान जाएंगे। HTML सीखने के बाद आपको Coding का बहुत हद तक Idea हो जाएगा। यह Idea आपको मदद करेगा सीएसएस सीखने में।
एक सबसे महत्पूर्ण बात बिना HTML सीखे आप CSS का इस्तेमाल नही कर सकते। इसकी एक वजह है | HTML का उपयोग होता है,| Web Page का Structure बनाने में जैसे – Head Area , Footer Area और Content Area . वही सीएसएस का उपयोग होता है |, उस Structure को बेहतरीन Design देने के लिए। इसलिए बिना HTML के आप CSS का उपयोग नही कर सकते।
सीएसएस के Basics सीखे- CSS Course लेने या किसी CSS Book ख़रीदने से पहले css के Basics को सीखे। Internet पर हजारो Free Websites Available है। जिनकी Help से आप सीएसएस के Basics आसानी से सिख सकते है। w3school.com, tizag.com जैसी Websites में सीएसएस के Complete Codes व उनके Examples को अच्छे से समझाया गया है। CSS Basics सीखने का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि, आप सीएसएस के बारे में अधिक जानकारी जुटा पाएंगे।
CSS Couching ले या Books खरीदे- ऐसा नही है |, की आप Internet से या YouTube में CSS Tutorial देखकर सीएसएस नही सिख सकते। परन्तु अगर आपके आस – पास कोई अच्छा Couching Center है, तो उसे Join करे। इसका सबसे बड़ा Benefit यह है कि, वहां का माहौल बिल्कुल School Class की तरह होगा। जिससे आप जल्दी और आसानी से सीएसएस सिख जाएंगे। आप Online Couching भी ले सकते है। Udemy.com एक Paid Websites है, जिनकी Service बहुत अच्छी रहती है।
CSS Codes की Practice करे- यह सबसे जरूरी Step है। अगर आप सच मे एक Pro Web Designer बनना चाहते है। तो CSS Codes को बार – बार Practice करे। Coding एक ऐसी चीज़ है, जब तक आप इसमे Experiments नही करेंगे यह आपके पल्ले नही पड़ेगी। Css की Practice करने के लिए आप Notepad Text Editor या Notepad++ औरSublime Tex 3का सहारा ले सकते है।
CSS Codes को लिखने के बाद इसे हमेशा .css File Extension से Save करे। इसके बाद आप इस File को अपनी HTML File से Link कर उसे Web browser में Run करे। Browser आपको इसका Output Show कर देगा। धीरे – धीरे आप इनकी Practice करते जाए और तब एक दिन ऐसा आएगा जब आप सीएसएस पूरी तरह से सीख चुके होंगे।
खुद एक Website बनाये- सीएसएस सीखने में सबसे ज्यादा आपको यही Step मदद करेगा। जैसे – जैसे आप सीएसएस सीखते जाए उसे अपनी खुद की एक Website बनाने में उपयोग करे। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि, आपको codes के काम करने के तरीको के बारे में पता चलेगा। बार-बार Website में Experiment करने से आपके लिए आगे चलकर Website Design करना बहुत सरल हो जाएगा।
यह तो थे | तरीके जिनकी मदद से आप सीएसएस सीख सकते है। इसके साथ ही आप इस पोस्ट CSS क्या है ? की मदद से आप को एक Basic Idea हो गया होगा जिससे आप CSS आसानी से सिख सकते हैं | और अभी भी आप को कोई Daut हो तो आप नीचे Comment में भी हमें पुच सकते हैं | हम आपके सवालो के जवाब जरुर देने की कोशिश करेगे |
इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि CSS क्या है | व CSS का उपयोग क्यों किया जाता है। साथ ही साथ हमने कुछ और Related Topic जैसे के के प्रकार, सीएसएस के फायदे यह भी जाना । उम्मीद है यह लेख आपके लिए Helpful रहा होगा । किसी भी तरह के Question के लिए आप हमें नीचे Comment कर पूछ सकते है। और आप इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें | .
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