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डाटा कितने प्रकार के होते हैं ? -( Types Of Data in Hindi )
DBMS का क्या कार्य है ?
1. Data Redundancy
फाइल सिस्टम में हर एक एप्लीकेशन की अपनी निजी फाइल्स होती है और ऐसी स्थिति में कई स्थानों पर एक ही डाटा की डुप्लीकेट फाइल्स बन जाती है. DBMS में एक स्थान पर एक ही तरह की फाइल्स को रखा जाता है अर्थात इसे दोहराया नहीं जाता जिससे डाटा की Redundancy कम होती है.
2. Sharing Of Data
DBMS में संगठन के अधिकृत यूजर (Authorized User) के द्वारा डाटा शेयर किया जाता है. इसमें डाटा एडमिनिस्ट्रेटर डाटा को नियंत्रित करता है और डाटा को एक्सेस करने के लिए उपयोगकर्ता को अधिकार देता है.
3. Data Consistency
DBMS के द्वारा डेटाबेस में एक ही प्रकार के डाटा को बार-बार जमा होने से रोका जा सकता है.
4. Integration Of Data
DBMS में सारा डाटा टेबल में होता है और एक डेटाबेस में एक से अधिक टेबल होती है. इन सभी टेबल्स के बीच में संबध बनाए जा सकते है जिससे डाटा को वापिस प्राप्त करना और अपडेट करना आसान हो जाता है.
5. Data Security
DBMS में डाटा को पूरी तरह से डाटा एडमिनिस्ट्रेटर के द्वारा कण्ट्रोल किया जाता है. इसमें एडमिनिस्ट्रेटर ही यह सुनिश्चित करता है की किस यूजर को डाटा देना है और कितना डाटा देना है. यूजर को डेटाबेस के किस हिस्से पर एक्सेस देना है और किस हिस्से पर नहीं यह सब डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर ही कण्ट्रोल करता है. इससे डेटाबेस की सिक्योरिटी बढ़ जाती है और डाटा ग़लत हाथों में नहीं जाता है.
6. Remove Procedures
आप सब जानते है की Computer एक तरह की मशीन है और इसमें कभी भी खराबी आ सकती है और कभी भी Hardware या Software फैलियर हो सकता है ऐसे में डाटा नष्ट हो सकता है. DBMS के द्वारा आप ऐसी कंडीशन में डाटा को आसानी से रिकवर कर सकते है.
डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (DBMS) के कुछ संभावित नुकसान
1. Cost Of Implementation (कार्यान्वित लागत)
डेटाबेस सिस्टम को कार्यान्वित करने में आने वाली लागत ज्यादा हो सकती है और इसमें काफी ज्यादा खर्चा हो सकता है.
2. Effort Of Transfer Data (डाटा ट्रान्सफर में मुश्किलें)
मौजूदा सिस्टम में डेटाबेस को ट्रान्सफर करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है और इसमें बहुत ज्यादा समय भी लग सकता है.
3. Risk होता हिया Database Fails (डेटाबेस फैलियर) होने का
अगर डाटा कम समय के लिए भी फ़ैल हो गया तो कम्पनी पर इसका असर पड़ेगा और कम्पनी को कई तरह के नुकसान उठाने पड़ सकते है.
Database Management System के प्रकार
1. Network Database
इस तरह के डेटाबेस में डाटा को रिकॉर्ड के रूप में दर्शाया जाता है और डाटा के बीच लिंक को दर्शाया जाता है.
2. Relational Database
इसमें डाटा टेबल के रूप में संग्रहित होता है. जहां डाटा Column और Rows में संग्रहित होता है. इसे स्ट्रक्चरल डेटाबेस के रूप में भी जाना जाता है.
3. Hierarchical Database
इसमें डाटा को Parent और Child के रूप में दर्शाया जाता है जो की ट्री स्ट्रक्चर में होते है.
Database Management System की Components क्या हैं ?
1. Tables
DBMS में सारा डाटा टेबल्स में रखा जाता है. डाटा संग्रह, फ़िल्टर, संपादन, पुन: प्राप्त करना आदि सभी कार्य टेबल्स पर ही किये जाते है. टेबल्स Rows और Columns से मिलकर बनी होती है जिनके अंदर सारा डाटा स्टोर होता है.
2. Field
टेबल के अंदर प्रत्येक Column को फिल्ड कहते है. इसमें हर डाटा का विशिष्ट भाग संग्रहित होता है जैसे ग्राहक संख्या, ग्राहक का नाम, सड़क का पता, राज्य आदि.
3. Record
टेबल के अंदर पंक्तियों में जो डाटा होता है उसे रिकॉर्ड कहते है. रिकॉर्ड एक तरह की एंट्री है जिसमे व्यक्ति का नाम, फ़ोन नंबर आदि हो सकता है.
4. Queries
किसी टेबल या डेटाबेस में से जरूरत के हिसाब से डाटा निकालने को क्वेरी कहते है. जैसे आप एक ही शहर में रहने वाले दोस्तों की सूचि निकालना चाहते है तो उसे क्वेरी कहेंगे.
5. Forms
आप टेबल में डाटा दर्ज कर सकते है लेकिन उसमे संसोधित करना तथा भण्डारण करना आसान नहीं होता है. इसलिए इस समयसा को दूर करने के लिए फॉर्म्स का प्रयोग किया जाता है. टेबल की तरह ही फॉर्म्स में डाटा दर्ज किया जाता है.
6. Reports
जब आप डेटाबेस के रिकॉर्ड को कागज पर प्रिंट करते है तो उसे रिपोर्ट कहते है.
Database Management System के Function क्या है ?
1. Create Data: DBMS के द्वारा डाटा को क्रिएट किया जाता है अर्थात उसे टेबल में स्टोर किया जाता है.
2. Manage Data: इसमें डाटा को मैनेज किया जाता है ताकि इसे आसानी से एक्सेस किया जा सके.
3. Update Data: इसमें जरूरत के अनुसार डाटा को अपडेट किया जा सकता है.
4. Delete Data: इसमें जिस डाटा की जरूरत नहीं है उस डाटा को डिलीट किया जाता है.
5. Data Backup: इसमें डाटा का बैकअप लिया जाता है ताकि सिस्टम फैलियर होने पर उसे रिकवर किया जा सके.
6. Data Recovery: इसमें सिस्टम फैलियर होने पर डाटा को रिकवर किया जाता है.
कुछ प्रमुख Database Management System के नाम है :-
- Foxpro
- Oracle
- My SQL
- MS-ACCESS
Massage (संदेश) : DBMS क्या है ? ( What is DBMS in Hindi ) ? इसका क्या कार्य है ? हम उम्मीद करते हैं, की इसके बारे में आपको सही जानकारी अब हो गई होगी | DBMS क्या है ? ( What is DBMS in Hindi ) ? इसका क्या कार्य है ? इस Artical में हम इसी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी Hindi भाषा में दी है, जो आपको जरुर पसंद आया होगा | यदि आपको इस Artical What is DBMS in Hindi से कुछ सिखने को मिला हो और आपको पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों को जरुर Share करे !..
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