DBMS क्या है ? और इसका क्या कार्य है - What is DBMS in Hindi

इस Artical में हम जानेगे | की DBMS क्या है ? [ What is DBMS in Hindi ] ? और यह कम कैसे करता हैं ? जब कभी भी आप Computer System से जुड़े कोई भी काम करते हैं. और या Internet से Related काम करते है . तो आप Data का Use जरुर करते होंगे | फिर एसे में आप के मन में यह सवाल जरुर आता होगा | की Data क्या हैं ? , DBMS क्या हैं ? और आपने इसके बारे में जरुर सुना ही होगा | 

Data-Base-Management-System


DBMS क्या है ? - ( What is DBMS in Hindi )

DBMS जिसका Full Form Data Base Management System होता हैं | इसके नाम से ही पता चल रहा है की इसका उपयोग डेटाबेस को Manage करने के लिए किया जाता है। दरअसल यह एक प्रकार का Software होता है जिसकी मदद से DataBase को Create किया जाता है और उस डेटाबेस में Data Insert, Update और Delete जैसे Task इसी Software की मदद से ही Perform किये जाते हैं। यह एक Interface Provide करता है जिसके जरिये User उस डेटाबेस में Data Insert और Modify भी कर सकता है। इसके अलावा किसी Application द्वारा जरुरत पड़ने पर डेटाबेस को Access किया जा सकता है। उदाहरण: के लिए जब आप फेसबुक पर अपना Account बनाते हैं तो आपके द्वारा Enter की गयी सारी जानकारियाँ Facebook के Database में Store हो जाती हैं। इन जानकारियों को देखने के लिए आप Facebook के Application या Website का उपयोग कर सकते हैं जो की उस DataBase से Linked होते हैं।

Data क्या है ? - ( What is Data in Hindi ) ? 

किसी  वस्तु के बारे में किसी तथ्य या जानकारी को Data कहा जाता हैं . Exp. के लिए जिस Pen से हम लिखते हैं . उसके बारे में कई जानकारियाँ दी जा सकती हैं . जैसे Pen का Color , वजन , लम्बाई , उसकी कीमत बनाने वाली Company का नाम आदि . इसी प्रकार किसी Student के बारे में ये बातें जनि जा सकती हैं .- Name ,Roll No, DOB, Class, School, Subject, City, Mo No, Address, आदि . ये सभी बाते Data के उदाहरण हैं |

डाटा कितने प्रकार के होते हैं ? -( Types Of Data in Hindi )

Data मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं - 

1. ] Numeric Data ( सख्यात्मक डाटा ) :-

Digits (अंको ) से बने हुए Data को Numeric Data ( सख्यात्मक डाटा ) कहा जाता हैं, जैसे  Roll Number, Phone Number, लम्बाई, प्राप्ताक, आदि. Numeric Data ( सख्यात्मक डाटा ) में हम केवल 0, 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, इन दस अंकों का प्रयोग करते हैं, और इनके साथ दशमलव बिंदु (.),धन (+) ऋण (-) चिन्हों का भी प्रयोग कर सकते हैं, क्यों की जोड़ना घटना गुडा भाग आदि सभी गणितीय कार्य केवल Numeric Data ( सख्यात्मक डाटा ) पर ही की जा सकती हैं |

2. ] Alpha-Numeric Data  ( चिन्हात्मक डाटा ) :-

Alpha-Numeric Data ( चिन्हात्मक डाटा ) उस Data को कहा जाता हैं, जिसमे अक्षरों तथा अंको सहित किसी भी चिन्ह का प्रयोग किया जा सकता हैं, जैसे - Student का Name किसी Book का Title Home Address कोई पत्र या लेख किसी कंपनी का नाम आदि. Alpha-Numeric Data  ( चिन्हात्मक डाटा ) पर किसी भी प्रकार के  जोड़ना घटना गुडा भाग जैसे गणितीय कार्य नहीं की जा सकती हैं. परन्तु हम उनकी जाचं या तुलना ( Comparison ) कर सकते हैं |


DBMS का क्या कार्य है ?

1. Data Redundancy

फाइल सिस्टम में हर एक एप्लीकेशन की अपनी निजी फाइल्स होती है और ऐसी स्थिति में कई स्थानों पर एक ही डाटा की डुप्लीकेट फाइल्स बन जाती है. DBMS में एक स्थान पर एक ही तरह की फाइल्स को रखा जाता है अर्थात इसे दोहराया नहीं जाता जिससे डाटा की Redundancy कम होती है.

2. Sharing Of Data

DBMS में संगठन के अधिकृत यूजर (Authorized User) के द्वारा डाटा शेयर किया जाता है. इसमें डाटा एडमिनिस्ट्रेटर डाटा को नियंत्रित करता है और डाटा को एक्सेस करने के लिए उपयोगकर्ता को अधिकार देता है.

3. Data Consistency

DBMS के द्वारा डेटाबेस में एक ही प्रकार के डाटा को बार-बार जमा होने से रोका जा सकता है.

4. Integration Of Data

DBMS में सारा डाटा टेबल में होता है और एक डेटाबेस में एक से अधिक टेबल होती है. इन सभी टेबल्स के बीच में संबध बनाए जा सकते है जिससे डाटा को वापिस प्राप्त करना और अपडेट करना आसान हो जाता है.

5. Data Security

DBMS में डाटा को पूरी तरह से डाटा एडमिनिस्ट्रेटर के द्वारा कण्ट्रोल किया जाता है. इसमें एडमिनिस्ट्रेटर ही यह सुनिश्चित करता है की किस यूजर को डाटा देना है और कितना डाटा देना है. यूजर को डेटाबेस के किस हिस्से पर एक्सेस देना है और किस हिस्से पर नहीं यह सब डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर ही कण्ट्रोल करता है. इससे डेटाबेस की सिक्योरिटी बढ़ जाती है और डाटा ग़लत हाथों में नहीं जाता है.

6. Remove Procedures

आप सब जानते है की Computer एक तरह की मशीन है और इसमें कभी भी खराबी आ सकती है और कभी भी Hardware या Software फैलियर हो सकता है ऐसे में डाटा नष्ट हो सकता है. DBMS के द्वारा आप ऐसी कंडीशन में डाटा को आसानी से रिकवर कर सकते है.

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (DBMS) के कुछ संभावित नुकसान

1. Cost Of Implementation (कार्यान्वित लागत)

डेटाबेस सिस्टम को कार्यान्वित करने में आने वाली लागत ज्यादा हो सकती है और इसमें काफी ज्यादा खर्चा हो सकता है.

2. Effort Of Transfer Data (डाटा ट्रान्सफर में मुश्किलें)

मौजूदा सिस्टम में डेटाबेस को ट्रान्सफर करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है और इसमें बहुत ज्यादा समय भी लग सकता है.

3. Risk होता हिया Database Fails (डेटाबेस फैलियर) होने का 

अगर डाटा कम समय के लिए भी फ़ैल हो गया तो कम्पनी पर इसका असर पड़ेगा और कम्पनी को कई तरह के नुकसान उठाने पड़ सकते है.

Database Management System के प्रकार

1. Network Database

इस तरह के डेटाबेस में डाटा को रिकॉर्ड के रूप में दर्शाया जाता है और डाटा के बीच लिंक को दर्शाया जाता है.

2. Relational Database

इसमें डाटा टेबल के रूप में संग्रहित होता है. जहां डाटा Column और Rows में संग्रहित होता है. इसे स्ट्रक्चरल डेटाबेस के रूप में भी जाना जाता है.

3. Hierarchical Database

इसमें डाटा को Parent और Child के रूप में दर्शाया जाता है जो की ट्री स्ट्रक्चर में होते है.

Database Management System की Components क्या हैं ?

1. Tables

DBMS में सारा डाटा टेबल्स में रखा जाता है. डाटा संग्रह, फ़िल्टर, संपादन, पुन: प्राप्त करना आदि सभी कार्य टेबल्स पर ही किये जाते है. टेबल्स Rows और Columns से मिलकर बनी होती है जिनके अंदर सारा डाटा स्टोर होता है.

2. Field

टेबल के अंदर प्रत्येक Column को फिल्ड कहते है. इसमें हर डाटा का विशिष्ट भाग संग्रहित होता है जैसे ग्राहक संख्या, ग्राहक का नाम, सड़क का पता, राज्य आदि.

3. Record

टेबल के अंदर पंक्तियों में जो डाटा होता है उसे रिकॉर्ड कहते है. रिकॉर्ड एक तरह की एंट्री है जिसमे व्यक्ति का नाम, फ़ोन नंबर आदि हो सकता है.

4. Queries

किसी टेबल या डेटाबेस में से जरूरत के हिसाब से डाटा निकालने को क्वेरी कहते है. जैसे आप एक ही शहर में रहने वाले दोस्तों की सूचि निकालना चाहते है तो उसे क्वेरी कहेंगे.

5. Forms

आप टेबल में डाटा दर्ज कर सकते है लेकिन उसमे संसोधित करना तथा भण्डारण करना आसान नहीं होता है. इसलिए इस समयसा को दूर करने के लिए फॉर्म्स का प्रयोग किया जाता है. टेबल की तरह ही फॉर्म्स में डाटा दर्ज किया जाता है.

6. Reports

जब आप डेटाबेस के रिकॉर्ड को कागज पर प्रिंट करते है तो उसे रिपोर्ट कहते है.

Database Management System के Function क्या है ?

1. Create Data: DBMS के द्वारा डाटा को क्रिएट किया जाता है अर्थात उसे टेबल में स्टोर किया जाता है.

2. Manage Data: इसमें डाटा को मैनेज किया जाता है ताकि इसे आसानी से एक्सेस किया जा सके.

3. Update Data: इसमें जरूरत के अनुसार डाटा को अपडेट किया जा सकता है.

4. Delete Data: इसमें जिस डाटा की जरूरत नहीं है उस डाटा को डिलीट किया जाता है.

5. Data Backup: इसमें डाटा का बैकअप लिया जाता है ताकि सिस्टम फैलियर होने पर उसे रिकवर किया जा सके.

6. Data Recovery: इसमें सिस्टम फैलियर होने पर डाटा को रिकवर किया जाता है. 

कुछ प्रमुख Database Management System के नाम है :-

  • Foxpro
  • Oracle
  • My SQL
  • MS-ACCESS



Massage (संदेश) : DBMS क्या है ? ( What is DBMS in Hindi ) ? इसका क्या कार्य है ? हम उम्मीद करते हैं, की इसके बारे में आपको सही जानकारी अब हो गई होगी | DBMS क्या है ? ( What is DBMS in Hindi ) ? इसका क्या कार्य है ? इस Artical में हम इसी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी Hindi भाषा में दी है, जो आपको जरुर पसंद आया होगा | यदि आपको इस Artical What is DBMS in Hindi से कुछ सिखने को मिला हो और आपको पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों को जरुर Share करे !.. 

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